day, 00 month 0000
00:00:00
ಅವಿನ್ ಟಿವಿ ಕೆಂಬತ್ ಮಕ್ಕಿ ( ಕೆಂಬತ್ಮಕ್ಕಿ ) ಮನೋಜ್ ಸಾರಥ್ಯದಲ್ಲಿ Avin Tv In the Leadership Of Kembathmakki Manoj अयोध्या के फैसले पर बोले आडवाणी- धन्य हूं इस जन आंदोलन का हिस्सा बनकर – AVIN TV

लाइव कैलेंडर

April 2024
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  

AVIN TV

Latest Online Breaking News

अयोध्या के फैसले पर बोले आडवाणी- धन्य हूं इस जन आंदोलन का हिस्सा बनकर

post Hospital Stroke care center www.nisargacare.com rehab bedridden care home Nursing Service , Nisarga care Healthcare Rehabilitation Center | Health Care Unit | Pre & Post Operative Care | Home Nursing | Geriatric Care , www.nisargacare.com NISARGA CARE Stroke & Paralysis Rehabilitation Hospital Nisarga Rehab - Centre For Neurological Rehabilitation mentally retarded neuro and Stroke Rehabilitation in Bangalore Best Rehab care www.nisargacare.com http://www.nisargacare.com , http://www.navachaithanyaoldagehome.com , http://www.avintv.com/9211/

आज राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सर्वोच्च अदालत ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। इसके तहत विवादित जमीन को जहां रामलला के मंदिर के लिए सौंप दिया गया है। वहीं मुस्लिम समुदाय को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन देने की बात कही गई है। ऐसे में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज हो गई हैं। इसी कड़ी अयोध्या मामले में काफी अहम किरदार रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि  मैं अयोध्या मामले में आज सुप्रीम कोर्ट की पांच-सदस्यीय संविधान पीठ द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसले का तहे दिल से स्वागत करता हूं।

लालकृष्ण आडवाणी बोले यह मेरे लिए पूर्णता का क्षण है क्योंकि सर्वशक्तिमान ईश्वर ने मुझे जन आंदोलन में अपना विनम्र योगदान देने का अवसर दिया था, जो कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बाद से सबसे बड़ा था, जिसके परिणामस्वरूप सुप्रीम कोर्ट का फैसला संभव हो सका।

बता दें कि अयोध्या के आंदोलन में लाल कृष्ण आडवाणी की काफी अहम भूमिका रही है। इस समय लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी 1992 में विवादित ढांचे के विध्वंस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।

Twitter पर छबि देखें70 साल पुरानी अयोध्या भूमि विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है जिसमें विवादित जमीन राम मंदिर के लिए दी जाएगी जबकि मुस्लिम समुदाय को अन्य स्थान पर मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। संविधान पीठ ने अपने 1045 पन्नों के फैसले में कहा कि नयी मस्जिद का निर्माण प्रमुख स्थल पर किया जाना चाहिए। साथ ही उस स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित किया जाना चाहिए जिसके प्रति हिन्दुओं की यह आस्था है कि भगवान राम का जन्म यहीं हुआ था।

About Author